कृष्ण रंग रंगी मीरा/ अर्चना पाठक
तज महल अटारी ,कर सितार लिये
गली गली श्याम संग घूमी मीरा ।
वीणा के तार कृष्ण दास हुये
भक्ति के रंग में रंगी मीरा ।
पराधीनता की गहरी टीस लिये।
विरक्ति के गीत में रमी मीरा।
परिजनों के क्रोध और विद्रोह सहे।
सदा कृष्ण भक्ति में लीन मीरा।
मर्यादा तोड़ने के लाँछन लगे।
फिर भी नारी चरित्र में कुलीन हीरा ।
सदा कृष्ण भक्ति में लीन मीरा…
अर्चना पाठक
अम्बिकापुर