हिंदी कविता मानवता के दीप कविता बहार Jan 3, 2019 0 मानवता के दीपहम तो सदा ही मानवता के दीप जलाते हैं,उदास चेहरों पर सदा मुस्कराहट लाते हैं।हार मानकर …
हिंदी कविता चांदनी रात कविता बहार Jan 3, 2019 0 चांदनी रातचांदनी रात मेंपिया की याद सताएमिलने की चाहदिल में दर्द जगाए।।हवा की तेज लहरजिगर में घोले…
हिंदी कविता धूप की ओट में बैठा क्षितिज कविता बहार Jan 2, 2019 0 धूप की ओट में बैठा क्षितिजरवि-रश्मियाँ-रजत-धवल पसरीं वर्षान्त की दुपहरी मैना की चिंचिंयाँ-चिंयाँ से शहर न लगता…
हिंदी कविता दैव व दानवों की वृत्तियां कविता बहार Jan 2, 2019 0 दैव व दानवों की वृत्तियांकंटक चुभकर पैरों मेंअवरोधक बन जाते हैं,किन्तु सुमन तो सदैव हीनिज सौरभ फैलाते हैं।…
हिंदी कविता आती हर पल याद कविता बहार Jan 1, 2019 0 आती हर पल यादकहाँ गए हो छोड़कर,आती हर पल याद।घर का हर कोना हुआ,यादों से आबाद।चीख रहा है बैठका,रोती चौकी…