by कविता बहार | Mar 10, 2019 | हिंदी कविता
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर दोहे नारी से है सुख मिला, नारी से सम्मान।बिन नारी घर घर नही, लगता है सुनसान ।।1 नारी को सम्मान दो, नारी मात समान ।नारी से घर स्वर्ग है, सब पर देती जान ।।2 बिन घरनी के घर नहीं, बिना पुरुष परिवार ।स्त्री पुरुष का साथ रहे, जीवन देत... by कविता बहार | Mar 10, 2019 | हिंदी कविता
मोबाइल महाराज जय हो तुम्हारी हे मोबाइल महाराजतकनीकि युग के तुम ही हो सरताजबिन भोजन दिन कट जाता हैपर तुम बिन क्षण पल नहीं न आज।हे मोबाइल तुम बिन सुबह न होवेतुम संग आॅनलाइन रह सकें पूरी रातगुडमार्निंग से लेकर गुडनाइट का सफरमैसेज में ही होती अच्छी बुरी हर बात।हर पल... by कविता बहार | Mar 10, 2019 | विविध छंदबद्ध काव्य
पाती सैनिक का पत्नी के नाम प्राण पिआरी दिल की रानी | सदा सुहागिन होउ सयानी ||आज तेरी चिट्ठी क्या आई | याद मुझे सबकी है सताई ||वन्दवुं प्रथम बाबा अरु दादी | सीस झुकाऊँ मातु पिता जी ||कैसे हैं सब चाचा... by कविता बहार | Mar 10, 2019 | हिंदी कविता
नारी पर सुन्दर कविता आँखों से आंसू बहते हैं पानी पानी है नारी। दुनियां की नज़रों में बस इक करूण कहानी है नारी।। युगों -युगों से जाने कितने कितने अत्याचार सहे। अबला से सबला तक आयी हार न मानी है नारी।। ब्रह्मा विष्णु गोद खिलाए नाच नचाया नटवर को।...
by कविता बहार | Mar 3, 2019 | विविध छंदबद्ध काव्य, हिंदी कविता
पीड़ाएँ पिंजरा चला छोड़ कर , पंछी अनंत दूर ।यादें ही अब शेष हैं , परिजन हैं बेनूर ।। आँसू से रिश्ता घना , आँखों ने ली जोड़ ।निर्मोही क्यों हो गये , ले गये सुख निचोड़ ।।गहनें सिसक रहे सजन , रूठे सब श्रृंगार ।माथे की ये बिंदिया , पोंछ गये दिलदार ।। मन की बातें...