31 अक्टूबर इंदिरा गांधी पुण्यतिथि पर कविता
31 अक्टूबर इंदिरा गांधी पुण्यतिथि पर कविता ये जमीं रो पड़ी ● राजेंद्र राजा ये जमीं रो पड़ी आसमाँ रो पड़ा । भोर होते ही सारा जहाँ रो पड़ा ।। छोड़कर साथ सबका जुदा जब हुई। राह चलता हुआ कारवाँ रो पड़ा ।। यूँ अकारण ही सोते हुए देखकर । गाँव, कूँचा, गली हर मकाँ … Read more