Tag: ऊर्जा संरक्षण पर कविता हिंदी में

  • हिन्दी कुण्डलियाँ: ऊर्जा संरक्षण

    हिन्दी कुण्डलियाँ: ऊर्जा संरक्षण

    (1)
    ऊर्जा सदा बचाइये,
    सीमित यह भंडार।
    धरती का वरदान है,
    जग विकासआधार।

    जग विकास आधार ,
    समझ कर इसे खरचना।
    बढ़े नहीं यह और ,
    सोचकर सभी बरतना।

    गीता सुन यह बात,
    चले सब दिन कल-पुर्जा।
    होगा संभव तभी,
    रहे जब रक्षित ऊर्जा।।


    (2)
    सूरज ऊर्जा पुंज है,
    इसका हो उपभोग।
    ऊर्जा संरक्षण करें,
    ले इसका सहयोग।।

    ले इसका सहयोग,
    चलायें सब कल पुर्जे।
    बचें गैस पेट्रोल,
    कोयले के कम खर्चे।

    गीता कह तकनीक,
    नये अपनाएँ यूँ कुछ।
    रहें प्रदूषण मुक्त,
    मशीनें ऊर्जा सूरज।

    ✍सुश्री गीता उपाध्याय, रायगढ़(छ.ग.)

  • ऊर्जा संरक्षण पर कविता-महदीप जंघेल

    ऊर्जा संरक्षण पर कविता – महदीप जंघेल

    आओ मिलकर ऊर्जा दिवस मनाएँ।
    ऊर्जा की बचत का महत्व समझाएँ।।

    टीवी,पंखा,कूलर,बल्ब में ऊर्जा बचाएँ।
    आवश्यकता हो तभी, इसे उपयोग में लाएँ।।

    कच्चे तेल,कोयला,गैस की ,
    मांग निरन्तर बढ़ रही है।
    अंधाधुंध उपभोग से ,
    प्राकृतिक संसाधन घट रही है।

    ऊर्जा उपयोग कम करने का,
    लाभ जन-जन को बतलाएँ।
    भविष्य में उपयोग कैसे हो,
    महत्व इसका समझाएँ।।

    वर्तमान में ऊर्जा बचाकर ,
    इसमें ही जीवन चलाएँगे।
    भविष्य में नौनिहालों का ,
    जीवन खुशहाल बनाएँगे।

    ऊर्जा संरक्षण में सभी मिलकर,
    करें कुछ अच्छे काम।
    करें प्रेरित सबको बचत ऊर्जा का,
    हो अपने देश का रौशन नाम।।

    आओ मिलकर ऊर्जा दिवस मनाएँ।
    ऊर्जा संरक्षण में जनजागरूकता लाएँ।

    सन्देश- ऊर्जा की बचत करें,
    एवं दूसरों को प्रेरित करें।

    ✍️रचनाकार – महदीप जंघेल
    निवास ग्राम- खमतराई
    तहसील- खैरागढ़
    जिला-राजनांदगांव(छ.ग)

  • 14 दिसंबर ऊर्जा संरक्षण दिवस पर विशेष लेख

    14 दिसंबर ऊर्जा संरक्षण दिवस

    शक्ति से संभव है देश की विकास व उन्नति.

    जुटजाइये सभी बचाने को, यह ऊर्जा संपत्ति.

    मनीभाई नवरत्न की कलम से

    राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस(National Energy Conservation Day) 14 दिसंबर को मनाया जाता है । राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच हमारे ऊर्जा संसाधनों के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करना और ऊर्जा खपत को कम करना भी है।

    ऊर्जा क्या है ?

    ऊर्जा काम करने की शक्ति है और शक्ति से विकास और उन्नति होती है. ऊर्जा उत्पादन की एक सीमा होती है . बढ़ती जनसंख्या को अधिक से अधिक ऊर्जा की जरूरत है अतः हमें दो ठोस कदम उठाने होंगे .

    एक तो बढ़ती जनसंख्या पर अंकुश लगाना होगा . दूसरा ऊर्जा का संरक्षण करना होगा लेकिन सवाल उठता है कि ऊर्जा का संरक्षण किस प्रकार करें ?

    ऊर्जा संरक्षण में जागरुकता लाने के लिए यह दिवस मनाया जाता है. इस खास दिन को सन 2001 में ऊर्जा संरक्षण अधिनियम भारतीय संसद द्वारा पारित किया गया था . इस दिन लोगों में जागरूकता लाई जाती है कि हमारे देश में ऊर्जा संरक्षण के अवसर हैं .

    इस दिन का आयोजन ऊर्जा मंत्रालय के तहत ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) द्वारा किया जाता है। दिन का उद्देश्य ऊर्जा दक्षता और संरक्षण में देश की उपलब्धियों को प्रदर्शित करना है। राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस समारोह नई दिल्ली में आयोजित किया जाता है।

    ऊर्जा संरक्षण अधिनियम का मुख्य उद्देश्य लोगों में इसके लिए उपाय खोजना है इस विषय पर नागरिकों से आग्रह किया जाता है कि ऊर्जा संरक्षण का आवश्यक ऊर्जा बचाने वाले उपकरण प्रयोग में लाना चाहिए . बेवजह पंखे, बत्ती, टी.व्ही. ए.सी. फ्रिज आदि चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए बचाई गई ऊर्जा को देश के विकास कार्यों में लगाया जा सकता है .

    धीरे धीरे इस तरह हर एक नागरिक ऊर्जा बचाने लगे तो यह ऊर्जा संरक्षण दिवस सार्थक हो जाएगा.

    14 दिसम्बर अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा दिवस 14 December - International Energy Day
    14 दिसम्बर अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा दिवस 14 December – International Energy Day