कवि / कविता पर कविता/ राजकुमार ‘मसखरे
कवि / कविता पर कविता/ राजकुमार ‘मसखरे आज़कल कवि होते नही हैंवे सीधे ही कवि बन जाते हैं,कुछ लिखने व मंथन से पहलेकोई नकली ‘नाम’ जमाते हैं ! यही कोई ‘उपनाम’ लिख करफिर नाम मे ‘कवि’ लगाते हैं,दो,चार रचना क्या लिख डाले‘भाँटा-मुरई’ को सही बताते हैं ! ‘पताल चटनी’ लिख- लिख करये समृद्ध साहित्यकार कहाते … Read more