बसंत ऋतु / राजकुमार मसखरे
राजा बसंत / राजकुमार मसखरेबसंत ऋतुआ...जा आ...जाओ,हे ! ऋतुराज बसन्त,अभिनंदन करते हैं तेरा, अनन्त अनन्त…
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यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर0 राजकुमार मसखरे के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .