Tag: #राजकुमार मसखरे

  • विश्व रिकार्ड के मायने –राजकुमार मसखरे

    विश्व रिकार्ड के मायने –राजकुमार मसखरे

    विश्व रिकार्ड के मायने कोई गीत गा करकोई साज बजा करकोई नृत्य करा करकोई लाखो दीप सजा करकोई ऊँचा रावण जला करकोई कुछ कविता बना…

  • राजनीति बना व्यापार जी – राजकुमार मसखरे

    राजनीति बना व्यापार जी – राजकुमार मसखरे

    राजनीति बना व्यापार जी देखो आज इस राजनीति ककैसे बना गया ये व्यापार जी ,लोक-सेवक अब गायब जो हैंमिला बड़ा उन्हें रोज़गार जी !राजनीति अब…

  • छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया

    छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया

    छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ये नारा बड़ अच्छा लगथे!ये नारा बनइया के मन भरमोर पैलगी करे के मन करथे !! जब छत्तीसगढ़िया मन..गुजराती लॉज/राजस्थानी…

  • दारू विषय पर कविता

    दारू विषय पर कविता

    दारू विषय पर कविता दारू पिये ल झन जाबे समारूदारू पिये ल झन जाबे,,,,गली-गली जूता खाबे समारू दारू पिये ल झन जाबे ,,,,! नाली म…

  • छेरछेरा तिहार के सुग्घर कविता

    छेरछेरा तिहार के सुग्घर कविता

    छेरछेरा तिहार के सुग्घर कविता छेरछेरा – अनिल कुमार वर्मा होत बिहनिया झोला धरके,सबो दुआरी जाबो।छेरछेरा के दान ल पाके,जुरमिल मजा उड़ाबो।।फुटगे कोठी बोरा उतरगे,…

  • नववर्ष पर हिंदी कविता

    नववर्ष पर हिंदी कविता

    इस वर्ष नववर्ष पर कविता बहार द्वारा निम्न हिंदी कविता संकलित की गयी हैं आपको कौन सा अच्छा लगा कमेंट कर जरुर बताएं नववर्ष पर…

  • राजकुमार मसखरे की कवितायेँ

    राजकुमार मसखरे की कवितायेँ

    यहाँ पर राजकुमार मसखरे की कवितायेँ प्रकाशित की गयी हैं आप इन कविता को पढ़कर अपनी राय जरुर दें कि आपको कौन सी कविता अच्छी…

  • कलम के सिपाही -मुंशी प्रेमचंद जी

    कलम के सिपाही -मुंशी प्रेमचंद जी

    कलम के सिपाही -मुंशी प्रेमचंद जी मेरे मूर्धन्य मुंशी प्रेमचंद जी थे बड़े ” कलम के सिपाही “अब…….”भूतो न भविष्यति”हे ! मेरे जन जन के…

  • इन्हें पहचान -राजकुमार मसखरे

    इन्हें पहचान !~~~~~~~~~~~~~कितने राजनेताओं के सुपुत्रसरहद में जाने बना जवान !कितने नेता हैं करते किसानीये सुन तुम न होना हैरान !बस फेकने, हाँकने में माहिरजनता…

  • मेरे श्रीराम प्रकृति पूजा-राजकुमार मसखरे

    मेरे श्रीराम प्रकृति पूजा-राजकुमार मसखरे

    राम/श्रीराम/श्रीरामचन्द्र, रामायण के अनुसार,रानी कौशल्या के सबसे बड़े पुत्र, सीता के पति व लक्ष्मण, भरत तथा शत्रुघ्न के भ्राता थे। हनुमान उनके परम भक्त है। लंका के राजा रावण का वध उन्होंने ही किया था। उनकी प्रतिष्ठा मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में है क्योंकि…