विविध मनोभावों पर आधारित हिंदी कविताएं मानव जीवन के विभिन्न भावनात्मक पहलुओं को उजागर करती हैं। इनमें प्रेम, करुणा, आशा, निराशा, वीरता, क्रोध, और शांति जैसी भावनाएं प्रमुख रूप से दिखाई देती हैं। यहां कुछ मनोभावों पर आधारित हिंदी कविताएं दी जा रही हैं
विविध मनोभावों पर आधारित हिंदी कविता
- अकेलापन कविता
- आत्मनिर्भरता पर हिंदी कविता
- आशावादी हिंदी कविता
- आस्था पर हिंदी कविता
- ज्ञान पर कविता
- दर्द पर आधारित हिंदी कविता
- परोपकार पर कविता
- प्रेम भाव पर हिंदी कविता
- भाव आधारित रचना
- भावना पर आधारित कविता
- मित्रता पर कविता
- विरह आधारित काव्य
- विश्वास पर हिंदी कविता
- वीरता पर कविता
- सर्व धर्म प्रार्थना
- सुख दुःख आधारित कविता
- सेवा -प्रेम आधारित कविता
- हास्य आधारित हिंदी कविता
1. प्रेम पर आधारित कविता
कविता:
प्रेम की पाती लहरों संग,
जीवन की नौका बहती है।
हर पल, हर क्षण मन मेरा,
तुमसे ही बस कहती है।
भावार्थ:
यह कविता प्रेम की भावना को दर्शाती है, जहां कवि अपने प्रिय के प्रति असीम प्रेम व्यक्त कर रहा है और अपने मन की बातें प्रकट कर रहा है।
2. करुणा पर आधारित कविता
कविता:
सूखा पत्ता डाल से टूटा,
धरा पर गिरा अकेला।
वृक्ष ने फिर हाथ न बढ़ाया,
दर्द हुआ पर कोई न बोला।
भावार्थ:
यह करुणा की कविता है, जो किसी कमजोर और असहाय की स्थिति को दर्शाती है, और यह समाज की उदासीनता पर एक टिप्पणी है।
3. निराशा पर आधारित कविता
कविता:
उजाले की चाह में,
अंधेरों में भटकते रहे।
सपने संजोये रात भर,
पर दिन को टूटते रहे।
भावार्थ:
यह कविता निराशा और असफलता के अनुभव को दर्शाती है, जहां व्यक्ति अपनी आकांक्षाओं को पूरा न कर पाने पर व्यथित हो जाता है।
4. आशा पर आधारित कविता
कविता:
हर रात के बाद सुबह आई,
उम्मीद की नई किरण लाई।
जितना गहरा अंधकार था,
उतनी ही रोशनी साथ लाई।
भावार्थ:
यह कविता आशा की भावना को प्रकट करती है, जो यह बताती है कि कठिनाइयों के बावजूद व्यक्ति को कभी हार नहीं माननी चाहिए और हर अंधेरे के बाद एक नई सुबह आती है।
5. वीरता पर आधारित कविता
कविता:
सीने में ज्वाला है जगी,
हाथों में तलवार उठी।
रणभूमि में जयघोष किया,
भारत माता के वीर सपूतों ने।
भावार्थ:
यह वीर रस की कविता है, जो युद्ध और वीरता की भावना को दर्शाती है। इसमें राष्ट्रभक्ति और साहस की भावना को प्रकट किया गया है।
6. शांति पर आधारित कविता
कविता:
शांत सरिता बहती जाए,
कोई हलचल न आए पास।
मन के भीतर शांति समाई,
जैसे अमृत हो हर सांस।
भावार्थ:
यह शांति पर आधारित कविता है, जो जीवन में आंतरिक शांति और स्थिरता की खोज की भावना को दर्शाती है।
ये कविताएं अलग-अलग मनोभावों को प्रस्तुत करती हैं और जीवन के विभिन्न पहलुओं को छूती हैं। इन्हें पढ़कर मन में एक नई ऊर्जा और संवेदनशीलता का अनुभव होता है।