Posted inहिंदी कविता बिछोह पर कविता- मनीभाई बिछोह पर कविता - मनीभाई" रात भर मैंसावन की झड़ी मेंसुनता रहाटपटप की आवाजपानी की बूंदें।बस खयाल रहाअंतिम विदापिया के बिछोह मेंगिरते अश्रुगीले नैनों को मूंदेपवन झोकेंसरसराहट सीलगती मुझेजैसे हो… Posted by मनीभाई नवरत्न December 26, 2020