भगत सिंह तुम्हारा नाम अमर / मनीभाई नवरत्न

Bhagat_Singh

भगत सिंह तुम्हारा नाम अमर (Intro)देश की माटी का सपूत था वो,अंग्रेज़ों के लिए काल था।कभी डरते ना, कभी ना झुकते थे,आजादी का मिसाल था । (Chorus)भगत सिंह, भगत सिंह, तुम्हारा नाम अमरतुम्हारे शौर्य वीरता को, गाता है घर घर। भगत सिंह, भगत सिंह, तुम्हारा नाम अमर ,तुम्हारे शौर्य वीरता को, गाता है घर घर। … Read more

रक्षा पंचमी का संग ( भाई-बहन के रिश्ते पर कविता )

Raksha Panchami's company (Poem on brother-sister relationship)

रक्षा पंचमी एक विशेष हिन्दू त्योहार है जो भैया दूज के समय आता है और इसे विशेष रूप से भाई-बहन के रिश्ते की रक्षा और सुरक्षा के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर एक कविता प्रस्तुत है जो भाई-बहन के रिश्ते की रक्षा और स्नेह को दर्शाती है: रक्षा पंचमी का संग रक्षा … Read more

अक्षय ऊर्जा का अलख ( भारतीय अक्षय ऊर्जा दिवस पर कविता )

on indian renewable energy day

भारतीय अक्षय ऊर्जा दिवस का उद्देश्य स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के उपयोग को प्रोत्साहित करना और पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस अवसर पर एक कविता प्रस्तुत है जो अक्षय ऊर्जा के महत्व और उसके सकारात्मक प्रभावों को दर्शाती है: अक्षय ऊर्जा का अलख जब सूरज की किरणें बिखरती,धरती पर उजियारा करती,हवा की … Read more

सद्भावना का दीप (राष्ट्रीय सद्भावना दिवस पर कविता )

poem on national harmony day

राष्ट्रीय सद्भावना दिवस भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर मनाया जाता है। यह दिवस विभिन्न समुदायों के बीच शांति, प्रेम, और सद्भावना को बढ़ावा देने का अवसर है। इस मौके पर प्रस्तुत है एक कविता, जो सद्भावना, एकता, और प्रेम के महत्व को दर्शाती है: सद्भावना का दीप जब दिलों में हो … Read more

इंद्रधनुष के रंग उड़े हैं/ बाबू लाल शर्मा *विज्ञ*

indradhanush

इंद्रधनुष के रंग उड़े हैं/ बाबू लाल शर्मा *विज्ञ* इन्द्र धनुष के रंग उड़े हैं. देख धरा की तरुणाई।छीन लिए हाथों के कंगन. धूम्र रेख नभ में छाई।। सुंदर सूरत का अपराधी. मूरत सुंदर गढ़ता हैकौंध दामिनी ताक ताक पथ. चन्दा नभ में चढ़ता है. नारी का शृंगार लुटेरापाहन लगता सुखदाई।इन्द्रधनुष…………..।। यौवन किया तिरोहित नभ … Read more