चमकते सितारे/ आशीष कुमार
चमकते सितारे नन्हे नन्हे और प्यारे प्यारेआसमान में चमकते सितारेदेखा दूर धरती की गोद सेलगता पलक झपकाते सारे ऊपर कहीं कोई बस्ती तो नहींजहाँ के चिराग दिखाएँ नजारेउड़ा ले गया कोई जुगनुओं कोआकाशगंगा सा टिमटिमाते सारे जला आया कोई दीपक लाखोंया मोमबत्तियाँ धरती को निहारेंलालटेनों की रोशनी तो नहींजो सुबह-सवेरे बुझ जाते बेचारे जड़ दिए … Read more