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Tag: #आशीष कुमार

  • नारी पर कविता

    नारी पर कविता

    स्त्री पर कविता ( Stree Par Kavita ): चैत्र नवरात्रि हिन्दु धर्म में नवरात्रि का बहुत महत्व है। चैत्र नवरात्रि चैत्र (मार्च अप्रेल के महीने) में मनाई जाती है, इसे चैत्र…

  • वीणापाणि सरस्वती पर हिंदी में कविता

    वीणापाणि सरस्वती पर हिंदी में कविता

    यहाँ पर वीणापाणि सरस्वती पर हिंदी में कविता लिखी गयी है जिसमे कवि ने माँ सरस्वती का गुणगान किया है. वीणापाणि सरस्वती पर हिंदी में…

  • बनारस पर कविता – आशीष कुमार

    बनारस पर कविता – आशीष कुमार

    बनारस पर कविता – आशीष कुमार जब आँख खुले तो हो सुबह बनारसजहाँ नजर पड़े वो हो जगह बनारसरंग जाता हूँ खुशी खुशी इसके रंग…

  • मन की व्यथा – आशीष कुमार

    मन की व्यथा – आशीष कुमार

    मन की व्यथा इस निर्मोही दुनिया मेंकूट-कूट कर भरा कपटकहाँ फरियाद लेकर जाऊँ मैंकिसके पास लिखाऊँ रपट जिसे भी देखो इस जहाँ मेंभगा देता है…

  • मन की व्यथा

    मन की व्यथा

    मन की व्यथा इस निर्मोही दुनिया में कूट-कूट कर भरा कपट कहाँ फरियाद लेकर जाऊँ मैं किसके पास लिखाऊँ रपट जिसे भी देखो इस जहाँ…

  • मैं भी सांता क्लाॅज

    मैं भी सांता क्लाॅज

    मैं भी सांता क्लॉज क्रिसमस डे को सुबह सवेरे मैं भी निकला बन ठन कर सांता क्लॉज के कपड़े पहन चलने लगा झूम झूम कर…

  • चली चली रे रेलगाड़ी

    चली चली रे रेलगाड़ी

    चली चली रे रेलगाड़ी छुक छुक छुक छुक छुक छुक छुक छुक झटपट बना ली गाड़ी चली चली रे देखो चली रेलगाड़ी रेलगाड़ी देखो बच्चों…

  • दिल का पैगाम

    दिल का पैगाम

    दिल का पैगाम भेज रहा हूँ पैगाम तुझको आँखें मिलाकर आँखों से चेहरा पढ़कर महसूस कर ले जो समझा न सके अपनी बातों से ना…

  • हिन्दी की महत्ता पर कविता

    हिन्दी की महत्ता पर कविता

    हिन्दी की महत्ता पर कविता – मानव जाति अपने सृजन से ही स्वयं को अभिव्यक्त करने के तरह-तरह के माध्यम खोजती रही है। आपसी संकेतों…

  • रावण दहन पर कविता

    रावण दहन पर कविता

    रावण दहन पर कविता लगा हुआ है दशहरे का मेलाखचाखच भरा पड़ा मैदान हैचल रही है अद्भुत रामलीलाजुटा पड़ा सकल जहान है धनुष बाण लिए…