हिंदी कविता जस्टीशिया(न्याय की देवी) -रेखराम साहू कविता बहार May 12, 2023 0 जस्टीशिया(न्याय की देवी) -रेखराम साहून्याय की अवधारणा,प्रतिमूर्ति में साकार है।ग्रस्त जो अन्याय से,उनका…
हिंदी कविता क्या यही है “आस्था – शशि मित्तल “अमर” कविता बहार Apr 4, 2022 0 आस्थाnavdurgaधूम मची है,जय माता की... मंदिरों, पंडालों में, लगी है भीड़ भक्तों की.. क्या यही है "आस्था…
न्याय प्रक्रिया में सुधार जरूरी है-संतोष नेमा “संतोष” कविता बहार Dec 6, 2019 0 न्याय प्रक्रिया में सुधारहैदराबादकांड पर जोमानवाधिकारवाले उन्हेंकल तकअनाचारियों कोदानव कहते थे..!और बड़े…
कोई रावण बच ना पाए कविता बहार Jun 8, 2019 0 अलीगढ़ में मासूम गुड़िया के साथ हुई घिनौनी हरक़त पर शासन को आइना दिखाती हुई कविता(Justice for twinkle )