Tag: *मृत्यु पर कविता
-
कुछ चिन्ह छोड़ दें -गीता द्विवेदी
कुछ चिन्ह छोड़ दें -गीता द्विवेदी मृत्यु आती है ,सदियों से अकेले ही ,बार – बार , हजार बारलाखों , करोड़ों , अरबों बार ।पर…
-
मरने वाले की याद में कविता
ओढ़ना बिना जेखर जिंनगी गुजरगे, मरनी म ओखर कपड़ा चढ़ाबो।