महात्मा गाँधी पर दोहे

mahatma gandhi

महात्मा गाँधी पर दोहे ★★★★★★★★★★★★★★★★सत्य धरम की राह पर,चलकर हुए महान।भारत आज स्वतंत्र है,पा जिनका अवदान।। परम अहिंसा धर्म का,बनकर नित ही भक्त।राग द्वेष छल दंभ का ,बने नही आशक्त।। जीवन में पहने सदा , खादी का परिधान।मान स्वदेशी को दिया,रच दी परम विधान।। जीवन भर करते रहे,अपनों पर उपकार।परिस्थिति जो भी मिली,नहीं मनाया हार।। … Read more

कारगिल की वीर गाथा–डिजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”

कारगिल की वीर गाथा--डिजेन्द्र कुर्रे "कोहिनूर"

कारगिल विजय दिवस के पावन अवसर पर

हिन्दी कविता: अब तो पाठ पढ़ाना है

अब तो पाठ पढ़ाना है
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फिर सीमा में आ जाए तो,
गलवान को याद दिलाना है।
दुस्साहस कर न सके वह,
ऐसी सबक सिखाना है।
ए वीर जवानों सुन लो,
सबको यह बताना है।
कब तक चीनी विष घोलेंगे,
अब तो पाठ पढ़ाना है।
प्राण जाय पर वचन न जाय,
ऐसी कसम जो खाना है।
थर थर काँप उठे रूह उनका,
ऐसी सजा दिलाना है।
कलाम की परमाणु याद दिला दो,
बासठ का अब नही जमाना है।
कब तक चीनी विष घोलेंगे,
अब तो पाठ पढ़ाना है।
★★★★★★★★★★★★
रचनाकार-डिजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”
पीपरभावना,बलौदाबाजार(छ.ग.)
मो. 8120587822