#नरेन्द्र कुमार कुलमित्र
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर०नरेन्द्र कुमार कुलमित्रके हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .
समय पर कविता
समय पर कविता समय के पाससमय नहीं हैकि थोड़ी देर रुकेतुम्हारे लिए अच्छा होगाकि तुम भी न रूकोचलते रहोसमय के साथ रुकने वालों काकोई संवाद नहीं होताकोई कहानी नहीं होतीकोई इतिहास नहीं होता चलते रहने वालोंतुम चलते ही रहोतुम्हारे बारे मेंएक दिनसमय सबको बताएगा — नरेन्द्र कुमार कुलमित्र9755852479
पेड़ होती है स्त्री पर कविता
स्त्री पर कविता जीवन भरचुपचापसहती हैउलाहनों के पत्थरऔरदेती हैआशीषों की छाँह बड़ी आसानी सेकाटो तो कट जाती हैजलाओ तो जल जाती हैआपके हितों के लिएईंधन की तरह पेड़ होती है स्त्री। — नरेन्द्र कुमार कुलमित्र9755852479
माँ की वह आँख पर कविता
यहाँ माँ पर हिंदी कविता लिखी गयी है .माँ वह है जो हमें जन्म देने के साथ ही हमारा लालन-पालन भी करती हैं। माँ के इस रिश्तें को दुनियां में सबसे ज्यादा सम्मान दिया जाता है। माँ की वह आँख पर कविता जब मैंने सुना कि माँ की एक आँख की रोशनी चली गई हैसहसा … Read more
प्रधानमंत्री पर कविता
प्रधानमंत्री पर कविता प्यारे बच्चों ! सुप्रभातकल प्रधानमंत्री जीआप लोगों के साथ सीधे वार्तालाप करेंगेआप अनुशासित रहेंगेमतलब इधर-उधर नहीं देखेंगेअपने से कुछ भी नहीं बोलेंगेप्रधानमंत्री जी की बातों पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं देंगेचुपचाप प्रधानमंत्री जी की बातों को ध्यानपूर्वक सुनेंगे हम आपको कुछ प्रश्न देंगे(जो प्रश्न हमें दिया जाएगा)वे प्रश्न चुनिंदा बच्चों को दिए … Read more