आज का नेता पर कविता
आज का नेता पर कविताजहाँ बहरी सियासत है, जहाँ कानून है अंधा।करें किसपे भरोसा तब, जहाँ पे झूठ है धँधा।विचारों पे…
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यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर०पंकज भूषण पाठक प्रियम”के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .