चूमता तिरंगा आसमान – हरिश्चन्द्र त्रिपाठी
चूमता तिरंगा आसमान – हरिश्चन्द्र त्रिपाठी आन बान शान का ,विधान आज देखिये,हो रहा है देश का ,उत्थान आज देखिये।1। अप्सरा भी स्वर्ग से,उतरने को उतावली,धन्य भरत-भूमि की मुस्कान आज देखिये।2। सप्तरंगी परिधान अम्बर को मोह रहा-चूमता तिरंगा आसमान आज देखिये।3। नित्य नव प्रशस्त पन्थ देश-प्राण बढ़ रहा,जिसके हाथ में सजग कमान आज देखिये।4। ऊॅच-नीच,भेदभाव … Read more