राष्ट्र ध्वज वंदना – पं.शिवम् शर्मा

राष्ट्र ध्वज वंदना – पं.शिवम् शर्मा

हे गौरव प्रमाण राष्ट्र ध्वज
तुम्हे साष्टांग नमन,
तेरे ही क्षत्र छाया में
बना चमन सारा वतन….

हे अभिमान सूचक,
हे कीर्ति वर्धक,
तुम्हे कोटि कोटि अभिनन्दन…..

करके स्पर्श तेरा ही,
पुलकित हो उठे पवन ,
देख कर शौर्य रूप तेरा
गर्व से सीना फुलाले गगन….

तेरे ही रंग से रंगे है
ये सूर्य ये मयंक
तुझसे लेकर हरियाली
है हरे भरे सारे उपवन….

तेरी आभा के आगे
धूमिल सारे रत्न आभूषण
तेरे ही चरण वंदन कर
माटी भी बन जाती चंदन…

हे गौरव प्रमाण राष्ट्र ध्वज,
तुम्हे साष्टांग नमन…

पं.शिवम् शर्मा

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

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  1. Samta Sharma

    Superb lines, Jai Hind 🇮🇳

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