मुझे पता है – रामनाथ साहू ” ननकी

मुझे पता है – रामनाथ साहू ” ननकी मुझे पता है ,तू मेरा होकर भी मेरा नहीं है । हृदय पटल पर ज्ञात बसेरा नहीं है ।।ये सिर्फ ढोंग ही है ऐ सनम् मेरे ।तुमसे बेहतर कोई लुटेरा नहीं है ।। मुझे पता है ,कभी मिलन संभव नहीं होगा अपना ।ये रिवायतें तोड़ देंगी हर … Read more

सच्चा ज्यूरी – रामनाथ साहू ” ननकी “

सच्चा ज्यूरी – रामनाथ साहू ” ननकी “ दीदार जरूरी है । जगत नियंता प्रिय प्रतिपालक ,मुझसे क्यों दूरी है ।। परम प्रकाशक कण -कण के ,अति अद्भुत नूरी है ।बस आभास करा दो अपना ,अब क्या मगरूरी है ।। काँटों में भी प्यारा अनुभव ,अपनापन तूरी है ।तम भी आनंद प्रदायक हो ,आत्मसात पूरी … Read more

श्रृंखलाएँ – रामनाथ साहू ननकी

श्रृंखलाएँ – रामनाथ साहू ननकी हे काव्य कामिनी ,तुम ही मेरी ताकत हो ।नूर इलाही दावत हो ।।अल्लाह खुशी सरगम सीसुब्हो शाम इबादत हो ।। हे चित्त स्वामिनी ,छंद प्रीत की पदावली ।सदा सुगंधित एक कली ।।कमलिनी गंध स्वर्गिक सुख ,प्रेमिल नयी भावाँजली ।। हे भव्य भामिनी ,हर अंक पृष्ठ पर होते ।प्रणयी उर्वरता बोते … Read more

अरमान तिरंगा है – रामनाथ साहू ” ननकी

अरमान तिरंगा है – रामनाथ साहू ” ननकी मेरी आन तिरंगा है ,हर पहचान तिरंगा है ।मेरा ये जीना मरना ,सब अरमान तिरंगा है ।। हर स्वर सप्तक बलिदानी ,नव अभियान तिरंगा है ।होश जोश प्रण पथ यारी ,जन बलिदान तिरंगा है ।। वीर बहादुर कंठों का ,मंगल गान तिरंगा है ।है उत्साह जवानी का … Read more

अमल करें- रामनाथ साहू ” ननकी “

अमल करें- रामनाथ साहू ” ननकी “ सरल करें ।आओ बुनियादी बातों पर , अमल करें ।। जीवन वृत प्रमेय अनसुलझा , सफल करें ।अभी अभिक्षमता सुदृढ बने , अचल करें ।। चित चंचलता संयम निष्ठा , महल करें ।आदर्शों के लिए कठिन व्रत , कँवल करें ।। भ्रम विद्वेषण , स्वार्थपरकता , विफल करें … Read more