दोहा पंचक
दोहा पंचक -रामनाथ साहू ननकी किन्नर खूब मचा रहे , रेलयान में लूट ।कैसी है ये मान्यता , दी है किसने छूट ।। जल थल नीले गगन पर ,, मानव…
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर0 रामनाथ साहू ननकी के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .
दोहा पंचक -रामनाथ साहू ननकी किन्नर खूब मचा रहे , रेलयान में लूट ।कैसी है ये मान्यता , दी है किसने छूट ।। जल थल नीले गगन पर ,, मानव…
दोहा सप्तक *जो तू तोड़े फूल को , किया बड़ा क्या काम ।फूलों को मुरदा करे , खुश हो कैसे राम ।। *जीवन के सौन्दर्य से , जब होगी…
भारत की पंचायती राज प्रणाली में गाँव या छोटे कस्बे के स्तर पर ग्राम पंचायत या ग्राम सभा होती है जो भारत के स्थानीय स्वशासन का प्रमुख अवयव है। सरपंच, ग्राम सभा का चुना हुआ सर्वोच्च प्रतिनिधि होता है।…
मैं दिलवर दीवाना हर जनम का प्रिये ।भाये तेरे बिना कोई कभी हो सकता नहीं ।। दीवाने सब हैं मस्त धन दौलत लिए हुए ।अपनी तो फकीरी से यारी है…
हाँ मैं भारत हूँ -रामनाथ साहू"ननकी" आधार -- *थेथी छंद* ( मात्रिक ) आदि त्रिकल (14/10 ) , पदांत - 112 मृत्यु तथा जीवन का सुख ,सर्व सदाकत हूँ ।अरब…
मुझे पता है - रामनाथ साहू " ननकी मुझे पता है ,तू मेरा होकर भी मेरा नहीं है । हृदय पटल पर ज्ञात बसेरा नहीं है ।।ये सिर्फ ढोंग ही…
सच्चा ज्यूरी - रामनाथ साहू " ननकी " कविता संग्रह दीदार जरूरी है । जगत नियंता प्रिय प्रतिपालक ,मुझसे क्यों दूरी है ।।परम प्रकाशक कण -कण के ,अति अद्भुत नूरी…
श्रृंखलाएँ - रामनाथ साहू ननकी kavitabahar logo हे काव्य कामिनी ,तुम ही मेरी ताकत हो ।नूर इलाही दावत हो ।।अल्लाह खुशी सरगम सीसुब्हो शाम इबादत हो ।। हे चित्त स्वामिनी…
अरमान तिरंगा है - रामनाथ साहू " ननकी मेरी आन तिरंगा है ,हर पहचान तिरंगा है ।मेरा ये जीना मरना ,सब अरमान तिरंगा है ।।हर स्वर सप्तक बलिदानी ,नव अभियान…
कविता संग्रह अमल करें- रामनाथ साहू " ननकी " सरल करें ।आओ बुनियादी बातों पर , अमल करें ।।जीवन वृत प्रमेय अनसुलझा , सफल करें ।अभी अभिक्षमता सुदृढ बने ,…