Tag: #तबरेज़ अहमद
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स्वतंत्रता दिवस पर कविता
कविता के माध्यम से हमारे प्यारे देश वासियों को 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के बारे में बताया गया है।
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तुम्हारे बिन ये ज़िंदगी
मुहब्बत एक दीवानगी
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प्रकृति से खिलवाड़ पर्यावरण असंतुलन-तबरेज़ अहमद
प्रकृति से खिलवाड़ पर्यावरण असंतुलन शज़र के शाखो पर परिंदा डरा डरा सा लगता है।ऐसी भी क्या तरक्की हुई है मेरे मुल्क में।कई शज़र के…
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खुद की तलाश _ तबरेज़ अहमद
खुद के तलाश पर कविता tabrez Ahmed