हिंदी संग्रह कविता-सुख-शांतिमय संसार हो
सुख-शांतिमय संसार हो सुख-शांतिमय संसार हो। पशु-शक्ति का न प्रयोग हो, सद्भाव का उपयोग हो, सबसे सदा सहयोग हो, निज चित्त पर निज वित्त पर सबका सदा अधिकार हो,सुख-शांतिमय संसार हो। व्यक्तित्व का सम्मान हो,निज देश का अभिमान हो,पर विश्व-हित का ध्यान हो,निज स्वार्थ में ही भूलकरकोई नहीं अनुदार हो,सुख-शांतिमय संसार हो। सबका सदा उत्कर्ष … Read more