संविधान का मान तिरंगा है

संविधान का मान तिरंगा है

तीन रंग से बना हुआ ये
संविधान का मान तिरंगा है।
पूरे जग में सबसे न्यारा
आन बान अरु शान तिरंगा है।।

जाति पांति के भेद मिटाता
ये हम सबकी करता रखवाली।
तीन रंग इसके अंदर है
लहराता ये तब बजती ताली।।
लोकतंत्र का है प्रतीक ये
न्याय दिलाता जान तिरंगा है।।
तीन रंग से बना हुआ ये,
संविधान का मान तिरंगा है।।

इस ध्वज का आश्रय पाकर के
भेद दिलों के सब मिट जाते हैं।
छोटा बड़ा न हो कोई भी
अधिकार समान सभी पाते हैं।।
देख इसे हम फूले जाते
हम सबका अरमान तिरंगा है।
तीन रंग से बना हुआ ये,
संविधान का मान तिरंगा है।।

सरहद की रक्षा जो करते
वे सब इसके खातिर ही मरते।
सारे हिंद देश के वासी
नमन सदा इसको हमसब करते।।
जन गण मन गूंजे इस जग में
भारत का जयगान तिरंगा है।
तीन रंग से बना हुआ ये,
संविधान का मान तिरंगा है।।

इसका हरा रंग प्रतीक है
मात भारती की हरियाली का।
श्वेत सुख शांति का प्रतीक है
केसरिया रंग खुशहाली का।।
जीते मरते इसकी खातिर
हम सबकी पहचान तिरंगा है।
तीन रंग से बना हुआ ये,
संविधान का मान तिरंगा है।।

हर भारतवासी के दिल में
ये सदा सर्वदा बसा हुआ है।
दुनिया में है सबसे आगे
इसने हर एकमन को छुआ है।।
बहुत पुण्य करने पर पाया
ईश्वर का वरदान तिरंगा है।
तीन रंग से बना हुआ ये,
संविधान का मान तिरंगा है।।

✍️ डॉ एन के सेठी

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