पुरूष सत्ता पर कविता- नरेन्द्र कुमार कुलमित्र

पुरूष सत्ता पर कविता लोग कहते रहे हैंमहिलाओं का मनजाना नहीं जा सकताजब एक ही ईश्वर ने बनायामहिला पुरुष दोनों कोफिर महिला का मनइतना अज्ञेय इतना दुरूह क्यों.. ? कहीं…

कोरोना पर कविता “खट्टी-मीटी “

कोरोना पर कविता छीन लिया तूनें रोजी रोटी , सुख-चैन भी छीन लिया ! छीन लिया आँखों की नींद ,भोजन-भजन भी छीन लिया !! Corona rescue related ||कोरोना बचाव सम्बंधित…

13 मई पर कविता

13 मई पर कविता जीवन के शुभ दिवसों का सबेरा है।मिलती रहे खुशियों का पल बसेरा है।खास जीवन का अहसास कर लें आज।तारीखों में विशेष मैं तेरा(मई 13) है।1।करूँ निवेदन…

माँ ममता की मूरत पर कविता

यहाँ माँ पर हिंदी कविता लिखी गयी है .माँ वह है जो हमें जन्म देने के साथ ही हमारा लालन-पालन भी करती हैं। माँ के इस रिश्तें को दुनियां में…

साहस पर कहानी

साहस पर कहानी प्रीति अपने बच्चों के साथ एयरपोर्ट पर अपने पति को छोड़ने गई थी।प्रीति ने अपने पति से कहा-"संजय जल्दी आना।संजय-"हाँ प्रीति मीटिंग के बाद आ जाऊँगा,घूमने नहीं…

कोरोना से युद्ध पर कविता

कोरोना से युद्ध पर कविता

  1.  

कोरोना से युद्ध
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उनकी खातिर प्रार्थना,
मिलकर करना आज।
जो जनसेवा कर रहे,
भूल सभी निज काज।
भूल सभी निज काज,
प्राण जोखिम में डाले।
कोरोना से युद्ध ,
चले करने दिलवाले।
कह डिजेन्द्र करजोरि,
सुनो उनके भी मन की।
बस सेवा का भाव,
हृदय में बसती उनकी।।
~~~~~~◆◆◆◆~~~~~~~
डिजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”
पीपरभवना,बलौदाबाजार (छ.ग.)
मो. 8120587822

छात्र राजनीति और राजनीतिक संस्कार पर लेख

छात्र राजनीति और राजनीतिक संस्कार (सामयिक प्रतिक्रिया )   हमारे महाविद्यालय में कल यानी 28.02.2020 को वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम के दौरान कुछ निराशाजनक…

जिंदगी पर कविता

जिंदगी पर कविता रंगीन टेलीविजन-सी यह ज़िन्दगीलाइट गुल होने परबंद हो जाती है अचानककाले पड़ जाते हैं इसके पर्देबस यूँ ही--अचानक थम जाती हैहमारी उम्रऔर थम जाते हैंजीवन और मृत्यु…