by कविता बहार | Jul 27, 2021 | हिंदी कविता
तू मेरा मालिक मालिक है मेरा कविता संग्रह तू मेरा मालिक , मालिक है मेरा तुझसे ही रोशन , मेरी जिन्दगी है | हुआ मैं रोशन , करम से तेरे तुझसे ही रोशन , मेरी जिन्दगी है | अपना समझना , सदा ही मुझको पीर मेरी , फ़ना हो रही है | तेरे दीदार की, आरज़ू है मुझको हैं आसपास महसूस करता... by कविता बहार | Jul 27, 2021 | विविध छंदबद्ध काव्य
प्रस्तुत कविता सावन में भक्ति भगवान शिव पर आधारित है। वह त्रिदेवों में एक देव हैं। इन्हें देवों के देव महादेव, भोलेनाथ, शंकर, महेश, रुद्र, नीलकंठ, गंगाधार आदि नामों से भी जाना जाता है। सावन में भक्ति सावन सुहाना आया,हरीतिमा जग छाया,भोले की कृपा है पायी,जयति शिव बोल।... by कविता बहार | Jul 26, 2021 | Uncategorized
महाशिव भोले भंडारी पर गीत भोर वंदन-महाशिव तांटक छन्दगीत********************************महाकाल भोले भंडारी, बहुनामी त्रिपुरारी है।…**निराकार कण-कण के स्वामी, ज्योति लिंग अवतारी है।…* सूर्या समाधि धारण करते, अष्टंगी के लाला है।चक्र कमण्डल गले नाग अरु, अंग... by कविता बहार | Jul 26, 2021 | विविध छंदबद्ध काव्य, हिंदी कविता
कवियों की आपबीती पर कविता शीश महल की बात पुरानी,रजवाड़ी किस्से जाने।हम भी शहंशाह है, भैया,शीश पटल के दीवाने।आभासी रिश्तों के कायल,कविताई के मस्ताने।कर्म विमुख साधो सा जीवन,अरु व्याकरणी पैमाने।कुछ तो नभमंडल से तारे,कुछ मुझ जैसे घसि यारे।काम छोड़ कविताई करते,दुखी भये सब... by कविता बहार | Jul 26, 2021 | विविध छंदबद्ध काव्य
सुख-दुख की बाते बेमानी कविता संग्रह सुख-दुख( १६,१६)मैने तो हर पीड़ा झेली।सुख-दुख की बाते बेमानी।दुख ही मेरा सच्चा साथी,श्वाँस श्वाँस मे रहे सँगाती।मै तो केवल दुख ही जानूँ,प्रीत रीत मैने कब जानी,सुख-दुख की बाते बेमानी।सुख तो केवल छलना है,मुझे निरंतर पथ चलना है।बाधाओं से...