बस्तर धाम पर कविता-शशिकला कठोलिया
बस्तर धाम पर कविता उच्च गिरि कानन आच्छादित, छत्तीसगढ़ का यह भाग, प्रकृति की गोद में बसा ,सुंदर पावन बस्तर धाम । नदियों का कल कल प्रवाह ,कर रही सुंदर दृश्यों की सर्जना,गिराते हराते जलप्रपात ,करते जैसे वारिद गर्जना । सघन…