कविता बहार

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

साँझ के हाइकु

हाइकु

साँझ के हाइकु 1 साँझ महके प्रिया जूड़े में फँसापिया को ताके ।। 2 साँझ पुकारे सूर्य शर्म से लाल चाँद जो झाँके ।। 3 साँझ का सूर्य बूढ़े की सुनो कोई देर क्यों हुई ? 4 रातें डराती प्रभू…

कैसे जीना भा गया

virah viyog bewafa sad women

कैसे जीना भा गया दिल में जब तेरा खयाल आता है,बस एक ही सवाल आता है,न तुम्हें सोच पाती हूँ,और न लिख पाती हूँ,तुम्हारी यादें अब भी आती हैं,दर्द के लहरों से टकरा लौट जाती हैं,महसूस करना चाहता है तुम्हें…

दुनिया में मोर बजरंगी के नाम बड़े हे

bajrang hanumaan

दुनिया में मोर बजरंगी के नाम बड़े हे दुनिया में मोर बजरंगी के नाम बड़े हे ।नाम बड़े हे दुनिया में  काम बड़े हे।दुनिया में मोर बजरंगी के नाम बड़े हे । राम नाम दिन रात जपत हे करे राम के काम…

आओ प्रिय कोई नवगीत गाएँ

chandani raat

आओ प्रिय कोई नवगीत गाएँ चलो जीवन में कुछ परिवर्तन लाएँकुछ अच्छा याद रखें कुछ बुरा भूल जाएँआओ प्रिय मैं से हम हो जाएँ। यादों का पुलिंदा जीवन मेंजाने कब से सिसक रहा हैआओ प्रिय कुछ गिले-शिकवे मिटाएँ। शिद्दत से…

गीत अब कैसे लिखूं

हाइकु

गीत अब कैसे लिखूं स्वप्न आंखों    में  मरे  हैं,पुहुप खुशियों के झरे  हैं,गीत  अब   कैसे   लिखूं।। सूखती सरिता नयन की,दिन फिरे चिंतन मनन की।अब  निभाता  कौन  रिश्ता,सात  जन्मों  के वचन की।।प्रिय जनों  के  साथ   छूटे,शेष   अपने    वही   रूठे।गीत  अब   कैसे   …