मुसाफिर ज़िंदगी का

(दमन=दबाना, कण्टकों=काँटों अर्थात् दुःख, पंगु=लंगड़ा, बयार=हवा,मन्थर=धीरे- धीरे)

हिंदी कविता संग्रह

हिंदी कविता संग्रह

(दमन=दबाना, कण्टकों=काँटों अर्थात् दुःख, पंगु=लंगड़ा, बयार=हवा,मन्थर=धीरे- धीरे)

तेरस के दोहे आयें है संसार मे, करो नेक सब काम।यहीं कर्म का फल मिले, स्वर्ग नरक की धाम।। यत्न सदा करते रहो, मान नही तुम हार।हाथ सफल लगते गले, होत न श्रम बेकार।। बरफ जमी है यूँ जमी, ठिठुर…

नयी सुबह पर कविता जिम्मेदारीयों कोकंधो पर बिठाकरकुछ कुछ जरूरतें पूरी करताख्वाहिशो कोआलमारी में बंद करकेगम छुपाकरचेहरे पर एक खामोश हंसीलाता ..सच मे नही है कोई शिकनमेरे माथे पर..क्योंकिबे-हिसाब उम्मीदो सेभरे है जेब मेरे..और अनगिनत ख़्वाब भीदेखे थे पहले कभी..ओह !यह…

हम परिन्दे हम परिन्देहम है मनमौजी सीमा न जाने।। हम परिन्दे घर न पहचाने घूमे अंजाने।। हम परिन्दे उड़ते पंख फैला देश न जानें ।। हम परिन्दे फिरे दरबदर बना लें घर।। हम परिन्देछू लेते आसमान ऊंची उड़ान ।। हम…

अब तरूणों को आना होगा राष्ट्रवाद का अलख जगाने,अब तरूणों को आना होगा।भारत भू की रक्षा खातिर, रक्त बहाने आना होगा। आतंकी असुरों को हम, यूँ कब तक ऐसे झेलेंगे ….भस्मासुर सा नृत्य करा,उनका दिल दहलाना होगा। सोए देश के…