कविता बहार

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

तेरस के दोहे

doha sangrah

तेरस के दोहे आयें है संसार मे, करो नेक सब काम।यहीं कर्म का फल मिले, स्वर्ग नरक की धाम।। यत्न सदा करते रहो, मान नही तुम हार।हाथ सफल लगते गले, होत न श्रम बेकार।। बरफ जमी है यूँ जमी, ठिठुर…

नयी सुबह पर कविता

jivan doha

नयी सुबह पर कविता जिम्मेदारीयों कोकंधो पर बिठाकरकुछ कुछ जरूरतें पूरी करताख्वाहिशो कोआलमारी में बंद करकेगम छुपाकरचेहरे पर एक खामोश हंसीलाता ..सच मे नही है कोई शिकनमेरे माथे पर..क्योंकिबे-हिसाब उम्मीदो सेभरे है जेब मेरे..और अनगिनत ख़्वाब भीदेखे थे पहले कभी..ओह !यह…

हम परिन्दे

हम परिन्दे हम परिन्देहम है मनमौजी सीमा न जाने।। हम परिन्दे घर न पहचाने घूमे अंजाने।। हम परिन्दे उड़ते पंख फैला देश न जानें ।। हम परिन्दे फिरे दरबदर बना लें घर।। हम परिन्देछू लेते आसमान ऊंची उड़ान ।। हम…

अब तरूणों को आना होगा

yogasan

अब तरूणों को आना होगा राष्ट्रवाद का अलख जगाने,अब तरूणों को आना होगा।भारत भू  की  रक्षा खातिर, रक्त बहाने आना होगा। आतंकी असुरों को हम, यूँ कब तक ऐसे झेलेंगे ….भस्मासुर सा नृत्य करा,उनका दिल दहलाना होगा। सोए देश के…

नया संसार बसायेंगे

नया संसार बसायेंगे आओ यह संकल्प करें नया संसार बसायेंगे ।स्वर्ग धरती  पर लायेंगे । जाति धर्म का भेद मिटाकर एकता  का रंग  भरें।हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई भाई भाई संग  फिरें ।मंदिर मस्जिद गुरू द्वारे परअलख जगायेंगे ।नया संसार बसायेंगे…