नमन शहीदों को
नमन शहीदों को
हंसकर जिसने बलिदानी दी !
भारत मां के बेटों ने
सरहद कुर्बान जवानी की !
यह कुर्बानी भारत मां के,
एक दिल में छुपी निशानी है !
भगत सुभाष शेखर जैसे वीरों की
अमर लिखी कहानी है !
जिनका स्वाभिमान सरहद पर
दुश्मन के आगे झुका नहीं !
यह ठोस कलेजा सिंहो का
अस्तित्व हमारा मिटा नहीं !
यह भरत वंश का पानी है
ना पीछे पर हटाते हैं !
जिसकी ललकारे सुनकर के
तूफान भी शीश झुकाते हैं !
फहराओ तिरंगा अंबर में
वीरों का उठ सम्मान करो !
गदगद कर दो भारत मां को
अर्पित तन मन धन प्राण करो !
14 फरवरी वीरों के जज्बों की
ऐसा फरियाद रहे!
अर्क व्योम में बना रहे
तब तक वीरों की याद रहे !
काव्य युक्त यह आर्यावर्त हमें
काव्य मयी स्वर वाणी दी !
करता हूं नमन शहीदों को
हंसकर जिसने बलिदानी दी।
अर्जुन श्रीवास्तव