मातृभूमि पर कविता
मातृभूमि पर कविता मातृभूमि के लिये नित्य ही,अभय हो जीवन दे दूंगा ।तन ,मन , धन निस्वार्थ भाव,सर्वस्व समर्पित कर दूंगा। जिस मातृभूमि में जन्म लिया है,जिसके अंक नित खेल हूँ।शिवा जी दधीचि की मिट्टी कामत भूलो मैं चेला हूँ। जहाँ आदिकाल से वीरों नेगिन- गिन कर शीश चढा़ये है।वीर शिवाजी, महाराणा ने,जीवन दांव पर … Read more