शिक्षा संसार
मात शारदे को नमन,
कर दिया मुझे निहाल।
हंसी खुशी पूरे हुए,
साढ़े अट्ठाइस साल।।
भुला कभी ना पाऊंगा
वो आदर सत्कार।
मिला मान सम्मान मुझे,
और सभी का प्यार।।
जाने अंजाने में कोई,
हरकत हुई फिजूल।
गर गलती मुझसे हुई,
जाना सब कुछ भूल।।
मुझे बहुत कुछ दे दिया,
तूने शिक्षा संसार।
कभी चुका ना पाऊंगा,
सर पे चढ़ा उधार।।
नत-मस्तक नम नयन हुए,
हृदय रहा पसीज।
सर आंखों धारण करी,
सब ने ये नाचीज़।।
संगी, साथी, सर्व जन,
विनय यही कर जोड़।
हमराही जो भी रहे,
साथ न जाना छोड़।।
सभी का बहुत बहुत आभार एवं धन्यवाद।
🙏शिवराज सिंह चौहान
( पूर्व प्राचार्य )
रा.व.मा.वि. नाहड़, [रेवाड़ी]
शिक्षा विभाग, हरियाणा।