पृथ्वी माता पर कविता/ विजय कुमार कन्नौजे
पृथ्वी माता पर कविता/ विजय कुमार कन्नौजे मां की गरिमा मां ही जानेंइनकी महिमा कौन बखानेमातृ भूमि को मेरा प्रणामसीना तानें जग को बचाने।। रसातल गगन बीच बैठकरसम भाव खुद में सहेज करपृथ्वी माता तुम्हें है प्रणामरक्षा कीजिए मां पुत्र मानकर हीरा पन्ना और सोना खानतेरी महिमा मां तुम ही जानखुशबू दिए मां तुम फुलों … Read more