विश्व बाल दिवस पर कविता

जवाहरलाल नेहरू

विश्व बाल दिवस पर दोहा:- बाल दिवस पर विश्व में,हों जलसे भरपूर!बच्चों का अधिकार है,बचपन क्यों हो दूर!!१ कवि , ऐसा साहित्य रच,बचपन हो साकार!हर बालक को मिल सके,मूलभूत अधिकार!!२ बाल श्रमिक,भिक्षुक बने,बँधुआ सम मजदूर!उनके हक की बात हो,जो बालक मजबूर!! ३ बाबूलाल शर्मा अलबेला बचपन पर हास्य कविता मेरा बचपन बड़ा निराला,कुचमादों का डेरा … Read more

बेटी कली है फूल है बहार है

बेटी कली है फूल है बहार है बेटी, बेटी कली है, फूल है, बहार है,बेटी, बेटी गीत है, संगीत है, सुरों की तार है,बेटी, बेटी धन है, ताकत है, साहस का भंडार है,बेटी, बेटी घर की जन्नत, स्वर्ग का द्वार है। बेटी, बेटी पिता की लाडली, माँ की ममता अपार है,बेटी, बेटी प्यारी – प्यारी … Read more

हिन्द देश के वीर/बलबीर सिंह वर्मा “वागीश”

Happy Republic day

हिन्द देश के वीर/बलबीर सिंह वर्मा “वागीश” आजादी का पर्व ये, हर्षित सारा देश।छाई खुशियाँ हर तरफ, खिला-खिला परिवेश।।खिला – खिला परिवेश, गीत हर्षित हो गाए।मना रहे गणतंत्र, तिरंगा नभ लहराए।।थे सब वीर महान, जिन्होंने जान लगा दी।आया दिन ये खास, मिली हमको आजादी।। भारतवासी एक सब, एक हमारा धर्म।जाति-पाति सब भूलकर, देशभक्ति है कर्म।।देशभक्ति … Read more