शारदे आयी हो मेरे अंगना
शारदे आयी हो मेरे अंगना हे माँ शारदे, महाश्वेता आयी हो मेरे अंगना ।पूजूँगा तुम्हें हे शतरूपा, वीणापाणि माँ चंद्रवदना ।। बसंत ऋतु के पाँचवे दिवस पर हंस पे चढ़ कर आती हो।हे मालिनी इसलिए तुम हंसवाहिनी कहलाती हो।।माता तुम हो पुस्तक-धारिणी पुस्तक चढ़े तेरे चरणों में।ज्ञान का वर दो हे महामाया आया हूँ तेरी … Read more