आज यह कैसी घड़ी

भीड़ अब आगे बढ़ी, स्वार्थ में खूब अड़ीतंत्र हो गया घायल, आज यह कैसी घड़ी। कौन चोर कौन चौकीदार, पता नहीं चले यहाँअपनों के बीच खड़ी दुनिया, लगती कुटिल है यहाँभोले- भाले भूखे- प्यासे, बेघर हो घूमें जहाँआँखों में आँसू हैं उनके, हाय अब जाएँ कहाँ नीति भी सिर पर चढ़ी, हाथ में जादू- छड़ीकहीं … Read more

पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर कविता – उपमेंद्र सक्सेना

पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर कविता दिखा गए जो मार्ग यहाँ वे, उसको सब अपनाएँदीनदयाल उपाध्याय जी को हम भुला न पाएँ। सन् उन्निस सौ सोलह में पच्चीस सितंबर आईनगला चंद्रभान मथुरा में, खुशियाँ गईं मनाईपिता भगवती प्रसाद जी माता बनीं राम प्यारीउठा पिता का साया फिर थी, संघर्षों की बारी वे मेधावी … Read more

हिंदी की है अद्भुत महिमा – उपमेंद्र सक्सेना

हिंदी की है अद्भुत महिमा हिंदी की है अद्भुत महिमा गीत-उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट जिसको जीवन में अपनाया, उसपर हम होते बलिहारीहिंदी की है अद्भुत महिमा, यह हमको प्राणों से प्यारी। हिंदी का गुणगान करें हम, हिंदी के गीतों को गाएँहिंदी की मीठी बोली से, सबके मन को अब हम भाएँ सदा फले- फूले यह भाषा, … Read more

हिंदी छा जाए दुनिया में – उपमेंद्र सक्सेना

हिंदी छा जाए दुनिया में गीत-उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट जिससे हैं हम जुड़े जन्म से, वही हमारी प्यारी भाषा,हिंदी छा जाए दुनिया में, पूरी हो अपनी अभिलाषा। अपनी भाषा के हित में हम, अपना जीवन करें समर्पितजितनी उन्नति होगी इसकी, उतने ही हम होंगे गर्वित बच्चे हिंदी पढ़ें-लिखें जब, बदले जीवन की परिभाषाहिंदी छा जाए दुनिया … Read more

चिकित्सक/ डाक्टर दिवस पर हिंदी कविता

चिकित्सक/ डाक्टर दिवस पर हिंदी कविता चिकित्सक हिय में सेवा भावना, नहीं किसी से बैर।स्वास्थ्य सभी का ठीक हो, त्याग दिए सुख सैर।।नित्य चिकित्सक कर्म रत, करे नहीं आराम।लड़ते अंतिम श्वांस तक,चाहे सबकी खैर।। कठिन परीक्षा पास कर, बने चिकित्सक देख।धरती के भगवान है, बदले किस्मत रेख।।आओ हम सम्मान दे, उनको मिलकर आज।उठा शुभम कर लेखनी, … Read more