नव युग का संदेश
नव युग का संदेश सुन, मान जरा इंसान ।
जैसा जो करता यहाँ, फल देता भगवान ।।
अभी वक्त है जाग जा,करले सबसे प्यार ।
दो दिन की है जिन्दगी, छूट जाय कब प्राण।।
नव युग तुझे पुकारता,तरुवर तू मत काट।
पर्यावरण मनुज बचा, तब होगा कल्याण ।।
नव युग की बेला कहे,पढ़ ले वेद पुराण।
मात पिता सेवा करो,भाई भरत समान ।।
माँसाहारी त्याग कर,बन जा शाकाहार।
धुम्रपान भी छोड़ दो,बनो सरल इंसान।।
आई संकट की घड़ी, मिल कर करें प्रयास ।
भाई भाई बन रहें , एक ईश संतान।।
केवरा यदु “मीरा “