तोड़ दो बंधन की जंजीरें -रमेश गुप्ता’प्रेमगीत’
तोड़ दो बंधन की जंजीरें -रमेश गुप्ता’प्रेमगीत’
तोड़ दो बंधन की जंजीरें -रमेश गुप्ता’प्रेमगीत’
मां गंगा हूं कहलाती-इंदुरानी उत्तरप्रदेश
मैं चली आलू छिलने- ईश्वर सत्ता पर कविता
लघुकथा कैसे लिखें? लघुकथा छोटी कहानी का अति संक्षिप्त रूप है । लघुकथा का लक्ष्य जीवन के किसी मार्मिक सत्य का प्रकाशन होता है जो बहुधा इस ढंग से अभिव्यक्त होता है जैसे बिजली कौंधती है। इसमें अत्यल्प साधनों द्वारा ही जीवन के चरम सत्य को उजागर करने की चेष्टा की जाती है। लघुकथाओं में … Read more
तुम्हारा साथ काफी है जिंदगी में तुम्हारा साथ काफी है, हाथों में मेरे तेरा हाथ काफी है। दूर हो या हो पास कोई बात नही है, तुम साथ हो यह एहसास काफी है। लड़ते भी रहते हैं,हँसते भी रहते है, पर हम हैं साथ- साथ यही काफी हैं। मेरे दर्द का तेरे दिल में ,अहसास … Read more