विनाश की ओर कदम
विनाश की ओर कदम नदी ताल में कम हो रहा जलऔर हम पानी यूँ ही बहा रहे हैं।ग्लेशियर पिघल रहे और समुन्द्रतल यूँ ही बढ़ते ही जा रहे हैं।।काट कर सारे वन कंक्रीट के कईजंगल बसा दिये विकास ने।अनायस ही विनाश की ओर कदमदुनिया के चले ही जा रहे हैं ।।पॉलीथिन के ढेर पर बैठ … Read more