कविता बहार

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

जब भी दीप जलाना साथी/ हरिश्चन्द्र त्रिपाठी ‘हरीश

जब भी दीप जलाना साथी जब भी दीप जलाना साथी,उर के तमस मिटाना साथी।1। भेद-भाव सब भूल प्यार से,सबको गले लगाना साथी।2। दो दिन का यह मेला जीवन,हॅसना साथ हॅसाना साथी।3। महल-दुमहले और झोपड़ी,सबको खूब सजाना साथी।4। घर-आंगन खलिहान हमारे,दीप-ज्योति…

दीपावली मुबारक /शिवराज सिंह चौहान

दीपावली मुबारक सबको  बारम्बार  मुबारक।दीपावली त्यौहार मुबारक।।🪔मेरे राम पधारे जब अयोध्या,उस दिन की यादगार मुबारक।🪔तिमिर भगाए जो जीवन का,खुशियों का उजियार मुबारक।🪔इक दूजे को जो करते रोशन,दीपों की वो कतार मुबारक।🪔बम्ब, पटाखे, फूल-झड़ी  संग,चकरी, राकेट, अनार मुबारक।🪔कर महा लक्ष्मी पूजन,…

गोवर्धन पूजा /  डॉ. मनोरमा चन्द्रा ‘रमा

गोवर्धन पूजा मात देवकी लाल की, लीला है अनमोल।बचपन से मोहित किए, उनकी मीठी बोल।। राधे के प्रियतम हुए , मीरा के हैं नाथ।ग्वाल बाल के बन सखा, देते भक्तों साथ।। मात पिता रक्षक बने, वासुदेव के लाल।दुष्ट कंस संहार…

शिक्षा संसार / शिवराज सिंह चौहान

शिक्षा संसार मात शारदे को नमन,                कर दिया मुझे निहाल।हंसी खुशी पूरे हुए,                    साढ़े अट्ठाइस साल।। भुला कभी ना पाऊंगा                      वो आदर सत्कार।मिला मान सम्मान मुझे,                  और सभी का प्यार।। जाने अंजाने में कोई,                     हरकत हुई फिजूल।गर गलती मुझसे हुई,                  …

शुभ दीपावली / स्वपन बोस,, बेगाना,,

शुभ दीपावली दीपावली की शुभ दिन आज आया है।जगमग, जगमग हर घर द्वार सजा है।दीपावली की शुभ दिन आया है। दूर हो दुःखों का अंधेरा सबने अपने आंगन में उम्मीद की दीपक जलाया है।सच्चा दीपावली उसी का है, जिसके हृदय…