
सुप्रभात वंदन -नमन वंदन वीणावादनी
सुप्रभात वंदन -नमन वंदन वीणावादनी नमन वंदन वीणावादनी, सुर नर मुनि जन पूजे ज्ञानी। वाणी में विराजती माता, माँ शारदे बड़ी वरदानी।। राह सच जो चलता हमेशा, ज्ञान मातु नित नित वह पाया। मिले नित साहस लेखनी…

हिंदी कविता संग्रह

हिंदी कविता संग्रह

सुप्रभात वंदन -नमन वंदन वीणावादनी नमन वंदन वीणावादनी, सुर नर मुनि जन पूजे ज्ञानी। वाणी में विराजती माता, माँ शारदे बड़ी वरदानी।। राह सच जो चलता हमेशा, ज्ञान मातु नित नित वह पाया। मिले नित साहस लेखनी…

•तू कदम बढाकर देख• मंजिल बुला रही है तू कदम बढाकर देख खुशियाँ गुनगुना रही है तू गीत गाकर देख काँटे ही नहीं पथ में,फूल भी तुम्हें मिलेंगेपतझड़ का गम ना करना, गुलशन भी तो खिलेंगे बहारें बुला रहीं है,…

मुसाफिर हैं हम जीवन पथ के मुसाफिर हैं हम जीवन पथ केराहें सबकी अलग-अलगधूप-छांव पथ के साथी हैंमंज़िल की है सबको ललक। राही हैं संघर्ष शील सबदामन में प्यार हो चाहे कसकपीड़ा के शोलों में है कोईकोई पा जाता खुशियों…

स्वालंबन पर कविता स्वालंबन है जीवन अवलंबनबिन स्वावलंब जीवन है बंधनस्वावलंबन ही है आत्मनिर्भरताबिन इसके जीवन दीप न जलता। स्वालंबन जग में पहचान कराताशिक्षा का सदुपयोग सिखातानिराशा में भी आशा भरताऊसर में भी प्रसून खिलाता। अपना दीपक स्वयं बनोस्वालंबन ही…

नई उम्मीदें पर कविता मन में आशा के दीप जलाजीवन पथ पर बढ़ना है,उम्मीदें ही जीवन की पूंजीनया आसमान हमें पाना है। नई उम्मीदें संजीवनी जीवन कीसकारात्मक सोच जगाती हैंपथ प्रदर्शक है मनुज कीहौंसले बुलंद बनाती है। बिन उम्मीद मंजिल…

(दमन=दबाना, कण्टकों=काँटों अर्थात् दुःख, पंगु=लंगड़ा, बयार=हवा,मन्थर=धीरे- धीरे)

नयी सुबह पर कविता जिम्मेदारीयों कोकंधो पर बिठाकरकुछ कुछ जरूरतें पूरी करताख्वाहिशो कोआलमारी में बंद करकेगम छुपाकरचेहरे पर एक खामोश हंसीलाता ..सच मे नही है कोई शिकनमेरे माथे पर..क्योंकिबे-हिसाब उम्मीदो सेभरे है जेब मेरे..और अनगिनत ख़्वाब भीदेखे थे पहले कभी..ओह !यह…

अब तरूणों को आना होगा राष्ट्रवाद का अलख जगाने,अब तरूणों को आना होगा।भारत भू की रक्षा खातिर, रक्त बहाने आना होगा। आतंकी असुरों को हम, यूँ कब तक ऐसे झेलेंगे ….भस्मासुर सा नृत्य करा,उनका दिल दहलाना होगा। सोए देश के…

नया संसार बसायेंगे आओ यह संकल्प करें नया संसार बसायेंगे ।स्वर्ग धरती पर लायेंगे । जाति धर्म का भेद मिटाकर एकता का रंग भरें।हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई भाई भाई संग फिरें ।मंदिर मस्जिद गुरू द्वारे परअलख जगायेंगे ।नया संसार बसायेंगे…

अरुणोदय प्रतिदिन अरुणोदय हममें जगाती हैस्फूर्ति भोर का समयसुबह की लालिमासूर्य की किरणें पृथ्वी पर आती हैसुखद एहसास होता है वहठंड के मौसम में इंतजार होता हैसभी कोअरुणोदय कापक्षी सारे चहचहाकरअभिनंदन करते हैं वहीं गायें रंभा करइंसान, सूर्य नमस्कार सेअपने…