बाल कविता सुन्दर वन में – पद्ममुख पंडा

बाल कविता सुन्दर वन में – पद्ममुख पंडा सुन्दर वन में, एक अजब सा खेल हो गया,टिमकु भालू और चमकी बंदरिया का मेल हो गया।आपस में, दोनों को इतना प्यार हो गया,कि, हमेशा एक दूसरे का मदद गार हो गया। जंगल में इसकी चर्चा खूब चलने लगी,चंपक शेर को यह बात बहुत खलने लगी।चमकी...

आधुनिकता की आग – पं. शिवम् शर्मा

आधुनिकता की आग – पं. शिवम् शर्मा कविता संग्रह जरा सी नई धूप क्या लगी सिनेमा जगत की ,जिस्म की जमी पर !नस्ल की फसल बढ़ भी ना पाई की पक गई !!लिवास छोटे – छोटे और छोटे होते ही चले गए !नंगे जिस्म पर पेटिंग रच गई !!कट गए पेड़ कपास के जमी से सभी के सभी !और...

वीर सपूत की दहाड़ – सन्त राम सलाम

वीर सपूत की दहाड़ – सन्त राम सलाम चलते हुए मेरे कदमों को देखकर,जब मुझे पर्वत ने भी ललकारा था।सीना ताने शान से खड़ा हो गया,मैं भी भारत का वीर राज दुलारा था।।मत बताना मुझे अपनी औकात,मैंने पर्वतों के बीच में दहाड़ा था।तेरे जैसे कई पहाड़ी के ऊपर में,कई जानवरों को भी...

भारत के वीर – पंडित अमित कुमार शर्मा

भारत के वीर – पंडित अमित कुमार शर्मा शहीद, indian army उगा है सूरज जो आज खुशियों कालहर रहा तिरंगा जो भारत काचमक उठी है जो सबके चेहरे परये देन है वीर जवानों का।चलते हैं बर्फ परजब हम अपने बिस्तर में होते हैजब हम गाते हैं खुशियों के गीततब दुश्मन को मौत की नींद...

चूमता तिरंगा आसमान – हरिश्चन्द्र त्रिपाठी

चूमता तिरंगा आसमान – हरिश्चन्द्र त्रिपाठी शहीदों पर कविता आन बान शान का ,विधान आज देखिये,हो रहा है देश का ,उत्थान आज देखिये।1। अप्सरा भी स्वर्ग से,उतरने को उतावली,धन्य भरत-भूमि की मुस्कान आज देखिये।2। सप्तरंगी परिधान अम्बर को मोह रहा-चूमता तिरंगा आसमान आज...