पर्यावरण पर दोहे

NATURE

पर्यावरण पर दोहे -शंकर आँजणा छह ऋतु, बारह मास हैं, ग्रीष्म-शरद-बरसातस्वच्छ रहे पर्यावरण, सुबह-शाम, दिन-रात // १ // कूके कोकिल बाग में, नाचे सम्मुख मोरमनोहरी पर्यावरण, आज बना चितचोर // २ // खूब संपदा कुदरती, आँखों से तू तोलकह रही श्रृष्टि चीखकर, वसुंधरा अनमोल // ३ // मन प्रसन्नचित हो गया, देख हरा उद्यानफूल खिले … Read more

कोरोना के कहर से कोई न अछूता है

कोरोना के कहर से कोई न अछूता है कोरोना के कहर से कोई न अछूता है ,किसी का ऑक्सीजन बिना दम घूंटा ,तो कोइ घूंट घूंट कर जीता है । इस बीमारी ने न जाति देखा न धर्म न समुदाय ,बड़े बड़े साधु संत , मौलवी , फादर भी कहाँ बच पाए…। किसी का अपनों … Read more

जीवन और संगीत है एक दूसरे के पूरक

जीवन और संगीत है एक दूसरे के पूरक जीवन और संगीत है एक दूसरे के पूरक।संगीत है हर समय और स्थिति की जरूरत। लोरी है जीवन का पहला संगीत। प्रकृति की हर वस्तु में जीवन का उदगीत। ईश्वर की भक्ति में संगीत। माता की शक्ति में संगीत। मंदिर के शंखनाद में संगीत। मस्जिद की अजान … Read more

मौसम कुछ उदास है- रीता प्रधान

मौसम कुछ उदास है- रीता प्रधान दिलों में जाने क्यों,बाकी न कोई एहसास है।एक भाई को ही दूजे भाई की,जाने क्यों खून की प्यास है।प्रकृति तो उदास बैठी ही थी,अब दिलों का भी मौसम कुछ उदास है। जवानी आते जाने कहां ,चला जाता है बचपन का प्यार।घरवाले ही घरवालों पर,जाने क्यों करते हैं अत्याचार।देख दशा … Read more

संगीत जीवन का अंग है

संगीत जीवन का अंग है संगीत जीवन का अंग है,जो रहता जीवन संग है। संगीत उदासी की सहेली है,जीवन की दुल्हन नई नवेली है। यह साधना का स्वर है,गुनगुनाता जग भँवर है। संगीत जीवन जीने की युक्ति है,शारीरिक मानसिक ब्याधियों से मुक्ति है। गायन वादन नृत्य ये संगीत हैं,संतुलित जीवन के ये मीत हैं। जिसके … Read more