हाय यह क्या हो गया?
हाय यह क्या हो गया?
महाभारत हो गया ।
हुआ कैसे?
एकमात्र दुर्योधन से!
किसका बेटा ?
अंधे धृतराष्ट्र का!
पट्टी लगाई आंखों में
पतिव्रता गांधारी का।
शायद कम गई दृष्टि इनकी,
उद्दंडता जो दुर्योधन ने की ।
असल कसूरवार कौन?
जिसने दुर्योधन को गढ़ा।
जीवन के महत्वपूर्ण घड़ियों में ,
जो सारे बुरे सबक को पढ़ा ।
दोषी वे सारे व्यवस्था हैं
जो देखती हैं सब कुछ ,
पर होती नहीं पीड़ा ,
ना प्रतिक्रिया ,ना कुछ ।
आज ही पल रहे हैं ,
किशोरों में कुछ दुर्योधन ।
जिन पर दृष्टि नहीं मां-बाप की,
चुंकि लगाई गई आंखों में
मोह की पट्टी ।
लेकिन दुर्योधन सबक ले रहा
अब भी सारे व्यवस्था से ।
फिर से होगा महाभारत
हम फिर बोलेंगे
हाय यह क्या हो गया ?
–मनीभाई नवरत्न