दर्द पर दोहे- मदन सिंह शेखावत ढोढसर

दर्द पर दोहे दर्द किसी को दे नही ,हे  जग  के करतार।दर्द देखा जाय नही ,किससे करू पुकार ।।1 दीन दुखी सब खुश हो, पीड़ा किसे न आय।सब जनता खुश हाल हो, विपदा नही सताय।।2 होती  मन  मे  वेदना,दर्द  दुखी  कर  जाय ।विपदा आफत टाल कर,सब की करे सहाय ।।3 दर्द  किसी  को  दे नही,लौटे  … Read more

श्राद्ध-पक्ष (पितृपक्ष अमावस्या पर दोहे)

श्राद्ध करने की महिमा बताते 5 दोहे।

हाइकु- द्वितीय शतक

हाइकु

हाइकु- द्वितीय शतक १.सत्ता का पेड़काग बनाए नीड़कोयल चूजे२.फाल्गुन संध्याबूँटे लिए बालिकाजमी चौपाल३.नदी का घाटस्नान भीड़ में वृद्धपोटली भय४.जल की प्याऊसिर पर पोटलीप्यासी बुढ़िया५.विवाहोत्सवचौपाल में मध्यस्थसिर पे बागा६.नीम की छाँवबुढ़िया चारपाईपड़े बताशे७शहरी पथनग्न है फुटपाथवस्त्रों में श्वान८.चाँदनी रातबाराती की आतिशछान में आग९.छान का घररखे बया ने अण्डेगिलहरियाँ१०.अभयारण्यछटपटाए मृगबाघ की मूर्ति११.बसंत मेघढोल बजाए ओलाटीन छप्पर१२.गृह वाटिकापेड़ … Read more

हाइकु प्रथम शतक

हाइकु

हाइकु शतक १.खेत में डेराहाथ में मोटी रोटीदूध की डोली२तेल बिनौरीसिर पर छबड़ीगीत गुंजन३होली के रंगचौपाल पर ताशचंग पे भंग४.नीम का पेड़वानर अठखेलीदंत निंबोली५सम्राट यंत्रधूप घड़ी देखताविद्यार्थी दल६संग्रहालयकांँच बाँक्स में ‘ममी’उत्सुक छात्रा७गुलाब बागपैंथर पिँजरे मेंकूदे वानर८मोती मंगरीतोप पे लेते सेल्फीसैलानी बाला९विजय स्तंभसैलानी लेते फोटोपद्मिनी ताल१०.पुष्कर मेलाबैलगाड़ी में बैठेविदेशी बाला११आना सागरकीकर छाँव बैठारेत पे मृग१२सिंधु का … Read more