by कविता बहार | Apr 14, 2019 | Uncategorized
बासंतिक नवरात्रि की आई मधुर बहार बासंतिक नवरात्रि की आई मधुर बहारआह्वान तेरा है मेरी मां आजा मेरे द्वारमंदिर चौकी कलश सज गएदर्शन दे माता दुर्गे होकर सिंह सवार।नौ दिन हैं नवरात्रि के नवरूप तेरे अपारलाल चुनर साड़ी सिंदूर से करुं तेरा श्रृंगारसंकटहरिणी मंगलकरणी... by कविता बहार | Apr 14, 2019 | हिंदी कविता
चुनाव का बोलबाला हर गली में बोलबाला है।अब वक्त बदलने वाला है।।जो चुनाव नजदीक आ गया,बहता दारू का नाला है।।उन्हें वोट चाहिए हर घर से,हर ... by कविता बहार | Apr 9, 2019 | हिंदी कविता
कालचक्र गतिशील निरन्तर होता नहीं विराम कालचक्र गतिशील निरन्तर होता नहीं विराम,दुख के ... by कविता बहार | Apr 9, 2019 | हिंदी कविता
सरस्वती दाई तोर पइयां लागव ओ ~~~~सरस्वती दाई तोर पइयां लागव ओ।कंठ में बिराजे जेकर भाग जागय ओ।तोरे आसरा म नान्हे लइका पढ़ जाथे।बुद्धि पाके ज्ञानी कलाकार बन जाथे।मन ल भरमा के तंय,धार ल ठहरा के तंय।डहके डुबत नइयां लागय ओ।सरसती दाई ………बिनती हावय दाई सब ल ज्ञान म... by कविता बहार | Apr 9, 2019 | हिंदी कविता
उगादी सृष्टि की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए नौ दिनों में मनाया जाता है, हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह माना जाता है कि भगवान ब्रह्मा ने उगादी पर ब्रह्मांड का निर्माण शुरू किया था. त्योहार दुर्गा के नौ रूपों का जश्न मनाता है, और पहला दिन (चैत्र नवरात्रि) मानव जाति...