सुभाषचंद्र बोस पर हिन्दी कविता

सुभाषचंद्र बोस

भारत माँ के दुलरवा के जी….
बस अतकेच्च कहानी हे |
हिन्द के मान रखेबर ओखर,
माटी मिले जुवानी हे ||

  1. 1897 मा, कटक क्षेत्र मा जन्मे |
    तेरहझन भाई-बहिनी के, खेले जी सँग में ||
    जानकीनाथ – प्रभावती के…. 2
    बड़ सुग्घर निशानी हे |
    हिन्द के मान रखेबर……
  2. अंग्रेज बैरी ले लड़ेबर, बड़ उदिम अपनाइस |
    जापान के सहयोग ले, “आजाद हिंद फौज” बनाइस ||
    “दिल्ली चलो”, “जय हिंद” के नारा… 2
    ले जागे सेनानी हे |
    हिन्द के मान रखेबर…….
  3. “तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूँगा”
    कपटी ब्रिटिश सरकार को, यहाँ न पलने दूँगा ||
    भारत माँ के नेता जी तो…. 2
    वीर-शहीद-बलिदानी हे |
    हिन्द के मान रखेबर ओखर,
    माटी मिले जुवानी हे |
    भारत माँ के दुलरवा के जी……

दिलीप टिकरिहा “छत्तीसगढ़िया”
पिरदा (भिंभौरी) बेरला-बेमेतरा
9753304788,6263337664

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

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