केले पर कविता

केले पर कविता सबसे प्यारा सबसे न्यारा मेरा नाम है बनाना। यूं तो हू मैं पीले रंग का सबका दिल हूं चुराता । आम, अनार, सेब, संतरेसबके स्वाद निराले। मैं जीता हूं बिना बीज के ऐसा हूं मैं अनोखा । कदली, केला, रंभा, भानूफलऊंचा लंबा मेरा कद। पूजा पाठ में करे इस्तेमालभोग भी लगे मेरे … Read more

ऐसा साल ना देना दुबारा

ऐसा साल ना देना दुबारा गुजरा हुआ ये सालकर गया सबको बेहाल। ना कोई जश्न ना कोई त्योहारबस घर की वो चार दीवार। कभी लिविंग रूम तो कभी बेडरूमयही थी दुनिया और यही थे सब। कभी हाफ पैंट, तो कभी ट्रैक पैंटपहनने मिला ही नहीं कभी कोट पैंट। ना कोई दोस्त मिला ना कोई रिश्तेदारबस … Read more