नज़्म – मुझे समझा रही थी वो
मुझे समझा रही थी वोबहुत मासूम लहजे में, बड़े नाज़ुक तरीके सेमेरे गालों पे रखके हाथ समझाया था उसने येसुनो इक बात…
कविता
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर०चंद्रभान पटेल चंदन के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .