21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या के बाद ही 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया गया। इस दिन हर सरकारी कार्यालयों, सरकारी उपक्रमों और अन्य सरकारी संस्थानों में आतंकवाद विरोधी शपथ दिलाई जाती है।
आतंकवाद विरोधी दिवस पर कविता -मत फैलाओ आतंकवाद
हर देश का खतरा है आतंकवाद
बनकर जिहादी विद्रोही
फैला रहे हैं अतिवाद ।
अपना कर हिंसा का पाठ
कर रहे अंधाधुंध अपराध ।
मासूमों को कर रहे अनाथ
करते रहते हिंसा
डर से गुजरती रात।।
हिंसा की धमकी देकर
फैलाते धर्मनिरपेक्ष का जातिवाद
हर देश का खतरा आतंकवाद
कभी मजहब पर लड़ते
कहीं पर भी हिंसा करते
दिन-रात निर्मम हत्याएं करते
कुकृत्यों में हाथ भी न कांपतें
कहीं दुहाई राष्ट्रवाद की
कहीं फैलाते अलगाववाद
हर देश का खतरा है आतंकवाद ।।
अपराधी कट्टरपंथी छोड़ो
आतंकवाद से मुंह मोड़ो
मत करो अब और अनैतिक कृत्य
अपराध छोड़ मानवता से नाता जोड़ो
मिल कर दें आतंकवाद को जवाब
हर देश का खतरा है आतंकवाद ।।
आतंकवाद विरोधी दिवस है आज
आतंक छोड़ मानवता के करे काज
देश की सुरक्षा को बढ़ायें हाथ
एकता चाहती आप सबका साथ
आतंक को मिटाकर
करे स्थापित “सौहार्द राज “
मिट जाए हर कोने से आतंकवाद ।
एकता गुप्ता ‘ काव्या ‘
उन्नाव उत्तर प्रदेश